Symptoms of Monkeypox मंकिपॉक्स वायरस जो की आज दुनियाभर के लोगो को अपने चपेट में ले रहा है और ऐसे बहुत से लोग है जो इस वायरस की परेशानी से परेशान है और यह ऑर्थोपॉक्सवायरस (Orthopoxvirus) नामक वायरस परिवार से संबंधित है। ज्यादातर मोंकीपॉक्स जैसी बीमारी जानवरो से फैलती है जैसे की बंदरो और चूहों से। तथा इंसान से इंसान में फैलती है। और यह बीमारी चेचक की तरह दिखती है हालांकि यह बीमारी चेचक कम गंभीर होती है। मोंकीपॉक्स की पहचान पहली बार 1958 में कोपेनहेगन ( डेनमार्क ) में प्रयोगशाला में बंदरो में पायी गयी थी तथा मनुष्यो में सबसे पहले 1970 कांगो पायी गयी थी।
What is Monkeypox Symptoms?
Monkeypox Symptoms: मोंकीपॉक्स वायरस एक गंभीर संक्रमण है जो कि मनुष्यो और कुछ जानवरो में हो सकता है। इसके लक्षण बुखार, सिरदर्द तथा शरीर में दर्द और सूजन तथा थकान महसूस होने के साथ शुरू होते है तथा इसके बाद शरीर में चकत्ते है और फफोले तथा पपड़ी बनता है इस बीमारी के लक्षण का पता आपको 10 से 12 दिन में होता है मोंकीपॉक्स बीमारी किसी जानवर के काटने के तथा दुसित वस्तुओ और संक्रमित लोगो के संपर्क में आने के कारण फैल सकता है यह बीमारी चिकेनपॉक्स की तरह दिखती है।
Monkeypox Rash
मोनकेपॉक्स वायरस होने के बाद शरीर पर दिखाई देने वाले रैश ( दाने ) इस वायरस होने के कुछ मुख्य लक्षण है। ये रैश इस प्रकार शरीर में विकसित होते है-
- शरीर में दाग : शरीर में मोनकेपॉक्स के लक्षण से पहले लाल धब्बे दिखाई देते है।
- गाँठ या पिम्पल : फिर यह मोंकीपॉक्स के धब्बे छोटे – छोटे उभरे हुए पिम्पल या गांठो में दिखाई देते है।
- फफोले : कुछ दिनों बाद ये गांठ और पिम्पल सफेद पदार्थ से भरे हुए फफोलो में दिखाई देते है।
- पपड़ी बनना : जब यह वायरस के फफोले फूट जाते है तब उनकी जगह पपड़ी बनने लगती है।
- पपड़ी गिरना : आखिरकार यह मोकीपॉक्स के फफोले फूट जाते है और पपड़ी बनकर गिर जाता है और त्वचा सफेद दिखने लगती है।
मोंकीपॉक्स एक गंभीर बीमारी हो सकती है इसलिए सफाई का ध्यान देना चाहिए और बाहर से आये हुए लोगो से दूर रहना चाहिए तथा नीम के पानी या साबुन से नहाना चाहिए, जिससे कि शरीर में होने वाले लक्षण को कम किया जा सकता है।